छत्तीसगढ़ बीजेपी का अगला अध्यक्ष कौन होगा? रेस में सबसे आगे हैं इन पांच दावेदारों का नाम

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रायपुर
छत्तीसगढ़ बीजेपी का अगला अध्यक्ष कौन होगा इसे लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़ में मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति हो चुकी है, वहीं जिला अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति अभी बाकी है। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए अधिकारियों की नियुक्ति की है। महाराष्ट्र बीजेपी के सीनियर नेता विनोद तावडे को छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश अध्यक्ष बनने की रेस में पार्टी के कई सीनियर नेता हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार ओबीसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है।

जानकारी के अनुसार, प्रदेश बीजेपी संगठन अगले तीन से चार दिनों में सभी जिला अध्यक्षों के नाम की घोषणा कर सकती है। जिला अध्यक्षों के नाम की घोषणा के बाद प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। हालांकि छत्तीसगढ़ में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव कब होंगे इसको लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है।

कौन-कौन हैं दावेदार

प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर बीजेपी के दावेदारों के भी नाम सामने आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ बीजेपी में चर्चा है कि पार्टी इस बार किसी ओबीसी वर्ग के नेता को प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है। साय कैबिनेट में सभी वर्गों को साधा गया है। ऐसे में प्रदेश की ओबीसी राजनीति पर फोकस करते हुए बीजेपी बड़े चेहरे पर दांव लगा सकती है।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के लिए सीनियर नेताओं के नाम की चर्चा है। जिन नामों की चर्चा है उसमें पार्टी के सीनियर विधायक धरमलाल कौशिक का नाम सबसे आगे है। कौशिक पहले भी यह जिम्मेदारी संभाल चुके हैं उसके साथ ही रमन सिंह की कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं। बड़ी के बड़े नेता हैं। इसके अलावा मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव के भी रिपीट होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।

कहा जा रहा है कि अगर किरण सिंहदेव को रिपीट नहीं किया जाता है तो उन्हें कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। विष्णुदेव साय कैबिनेट में अभी दो विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। ऐसे में किरण सिंहदेव के नाम की अटकलें लगाई जा रही हैं। सामान्य वर्ग से शिवरतन शर्मा का भी नाम प्रदेश अध्यक्ष की रेस में है। इसके अलावा विक्रम उसेंडी और पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का भी नाम शामिल है।
कैबिनेट विस्तार भी है संभावित

छत्तीसगढ़ में कैबिनेट विस्तार की भी अटकलें हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि जिस सीनियर नेता को कैबिनेट में शामिल नहीं किया जाएगा। उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने की संभावना है। हालांकि कैबिनेट विस्तार को लेकर अभी तर सीएम विष्णुदेव साय ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

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