भारतीय टीम जब न्यूजीलैंड का मुकाबला करने उतरेगी तो एक पुराना जख्म भी ताजा होगा, अब मैच जीतकर पुराना हिसाब चुकता करेगा
नई दिल्ली
चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम जब न्यूजीलैंड का मुकाबला करने उतरेगी तो एक पुराना जख्म भी ताजा होगा। वाकया साल 2000 में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी का है। तब न्यूजीलैंड और भारत की टीमें फाइनल मुकाबले में आमने-सामने थीं। उस मैच में कीवी टीम ने भारत के अरमानों पर पानी फेरते हुए चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब पर कब्जा जमाया था। अब भारत चाहेगा कि आज का मैच जीतकर 24 साल पुराना वह हिसाब चुकता कर ले।
क्या हुआ था 2000 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में
साल 2000 में चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला नैरोबी में खेला गया था। तब इसका नाम आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट था। उस वक्त भारत के कप्तान थे सौरव गांगुली और न्यूजीलैंड की कमान स्टीफन फ्लेमिंग के हाथ में थी। न्यूजीलैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। भारत के लिए ओपनिंग करते हुए सचिन और गांगुली की जोड़ी ने अच्छी शुरुआत दी थी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 141 रन जोड़े थे। लेकिन सचिन के रनआउट होने के बाद टीम इंडिया लड़खड़ा गई। सौरव गांगुली के शतक के बावजूद भारत छह विकेट पर 264 के स्कोर तक ही पहुंच सका था।
कीवी टीम ने क्या किया
265 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। कीवी टीम को मात्र छह के स्कोर पर पहला झटका लगा। इसके बाद 82 रन तक पहुंचते-पहुंचते वह अपने तीन प्रमुख बल्लेबाजों को खो चुकी थी। लग रहा था कि भारतीय टीम चैंपियन बन जाएगी। लेकिन उसके दो प्रमुख ऑलराउंडर क्रिस क्रेन्स और क्रिस हैरिस मैदान में जम गए। क्रिस क्रेन्स ने नाबाद रहते हुए 102 रनों की शतकीय पारी खेली। वहीं, क्रिस हैरिस ने भी 46 रन बनाए थे। भारत की तरफ से वेंकटेश प्रसाद ने तीन, अनिल कुंबले ने दो और सचिन तेंदुलकर ने एक विकेट झटका था। जहीर खान और अजीत अगरकर को कोई सफलता नहीं मिली थी।
वनडे में हालिया मुकाबले
अगर भारत और न्यूजीलैंड के हालिया मुकाबलों की बात करें तो वनडे में दोनों टीमें 2023 विश्वकप के सेमीफाइनल में भिड़ी थीं। तब भारत ने न्यूजीलैंड को आसानी से शिकस्त दे डाली थी। मुंबई में खेले गए इस मैच में भारतीय टीम के विशाल स्कोर को न्यूजीलैंड की टीम हासिल नहीं कर सकी थी। हालांकि उससे पहले 2019 में वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में कीवी टीम ने भारत का दिल तोड़ दिया था। इंग्लैंड में खेले गए इस मुकाबले में हार ने भारत की हसरत तोड़ दी थी।