मुंबई में पिछले महीने विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर की मुलाकात खूब चर्चा में, मैं पहली गेंद पर छक्का लगाता था, सचिन नहीं
मुंबई
मुंबई में पिछले महीने विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर की मुलाकात खूब चर्चा में आई थी। अपने गुरु रमाकांत आचरेकर के सम्मान में करवाए गए एक कार्यक्रम में यह दोनों दिग्गज मौजूद थे। इस दौरान कांबली का स्वास्थ्य ठीक नहीं लग रहा था। उन्हें सचिन का हाथ गर्मजोशी से दबाते हुए भी देखा गया था। कांबली फिलहाल ठाणे के एक अस्पताल से मस्तिष्क के थक्कों का इलाज करवा कर लौटे हैं। उन्होंने वापस घर आते ही एक बार फिर से सचिन का जिक्र किया है। कांबली ने सचिन के बेटे अर्जुन तेंदुलकर पर भी चुप्पी तोड़ी और उसे 'प्रतिभाशाली क्रिकेटर' बताया। अर्जुन को आईपीएल 2025 मेगा नीलामी में मुंबई इंडियंस ने 30 लाख रुपए में खरीदा था। कांबली अर्जुन के भविष्य को लेकर काफी उत्साहित है।
कांबली और सचिन का रिश्ता काफी पुराना है। वह शारदाश्रम विद्यामंदिर स्कूल में एक साथ पढ़ते थे। जहां उन्होंने खेलते हुए 664 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की थी। कांबली ने अपने रिश्ते की निकटता पर जोर देते हुए कहा कि अगर सचिन दाएं हैं, तो मैं बाएं हूं। कांबली ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपनी उपलब्धियों पर भी चर्चा की और दावा किया कि उन्होंने ऐसे कारनामे किए जो सचिन तेंदुलकर भी नहीं कर सके। उन्होंने उस समय को याद किया जब उन्होंने तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया था, जैसे कि पहली गेंद पर छक्का लगाना। उन्होंने कहा कि सचिन को पहली गेंद पर डिफेंस करना पसंद था। उन्होंने कहा कि मैं पहली गेंद खेलता और छक्का लगा देता था। लेकिन सचिन ऐसा नहीं करता था। वो डिफेंस करता था।
बता दें कि बीते दिनों महाराष्ट्र के ठाणे के एक अस्पताल में इलाज के दौरान कांबली को शाहरुख खान की फिल्म चक दे इंडिया के टाइटल ट्रैक पर डांस करते देखा गया था। अस्पताल के कमरे में उनके जीवंत प्रदर्शन ने उनके अनुयायियों और प्रशंसकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और कपिल देव समेत कई पूर्व क्रिकेटरों ने विनोद कांबली के प्रति अपना समर्थन जताया। कांबली ने भारत के लिए 17 टेस्ट खेले, जिसमें 54 की औसत से 1,084 रन बनाए। उन्होंने 106 वनडे मैचों में भी भाग लिया और 1996 विश्व कप टीम के सदस्य थे।