उज्जैन : विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में लगातार सुविधाएं बढ़ाई जा रही,अब मशीन से बार कोड स्कैन कर खरीद सकेंगे प्रसाद

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 उज्जैन

सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले दिनों में देश-विदेश से भगवान महाकाल के दर्शन करने आने वाले भक्त 24 घंटे भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद खरीद सकेंगे। मंदिर समिति एक नंबर गेट के समीप लड्डू मशीन स्थापित कर रही है।दर्शनार्थी एटीएम की तरह बारकोड स्कैन कर मशीन से लड्डू प्रसाद खरीद सकते हैं। फिलहाल यह व्यवस्था प्रायोगिक तौर पर लगी हुई जा रही है और दर्शनार्थी सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक लड्डू प्रसाद खरीद सकेंगे।

शुद्ध देसी घी से बने बेसन के लड्डुओं का प्रसाद

    महाकाल मंदिर समिति द्वारा मंदिर के प्रसाद काउंटरों से महाकाल भोग प्रसाद के नाम से शुद्ध देसी घी से निर्मित बेसन के लड्डुओं का विक्रय किया जाता है। समिति 100, 200, 500 ग्राम व एक किलो के पैक में प्रसाद विक्रय करती है।

    400 रुपये किलो में बिकने वाला प्रसाद अब एटीएम की तरह कार्य करने वाली मशीन के माध्यम से बेचे जाने की योजना है। मंदिर प्रशासन ने एक दानदाता के सहयोग से कोयंबटूर की कंपनी से इस मशीन का निर्माण कराया है।

    करीब 5 दिन पहले निर्माण कंपनी ने मशीन को मंदिर कार्यालय पहुंचाया था। अब कंपनी के टेक्नीशियन मशीन को मंदिर के एक नंबर गेट के समीप स्थापित कर रहे हैं।
    मंदिर प्रशासन के अनुसार एक-दो दिन में मशीन से लड्डू प्रसाद के विक्रय की शुरुआत हो सकती है। अधिकारियों के मुताबिक, प्रसाद की गुणवत्ता पर पहले से ध्यान दिया जा रहा है।

नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर पर महाप्रसादी महोत्सव

इस बीच, उज्जैन से सटे खाचरौद में नगर के प्राचीन नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर में दीपावली महापर्व के 28 दिन पश्चात शुक्रवार को मास शिवरात्रि के पावन अवसर पर महाप्रसादी महोत्सव संपन्न हुआ। इस दौरान पूरे मंदिर परिसर को विद्युत रोशनी एवं पुष्पमाला से सजाया गया था। दिनभर मंदिर परिसर में कई धार्मिक आयोजन एवं रात्रि में भजन संध्या हुई।

मंदिर पुजारी नागेंद्र गिरी एवं धर्मेंद्र गिरी गोस्वामी ने बताया कि नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर पर भगवान का महाप्रसादी महोत्सव संपन्न हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने भगवान का दर्शन पूजन कर भगवान को शीश नवाया।

महोत्सव के दौरान भगवान का महादेव के रूप में आकर्षक शृंगार कर भगवान को छप्पन भोग अर्पित किए गए। तत्पश्चात शाम 5 बजे भगवान की महाआरती की गई। इस अवसर पर महोत्सव पर बड़ी संख्या में भगवान की महाप्रसादी भक्तों ने ग्रहण की।

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