‘छात्रों को पढ़ना-लिखना सीखना चाहिए न कि हिंसा’, स्कूल में गोलीबारी पर भड़के अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन
वॉशिंगटन।
अमेरिका के विस्कोंसिन में एक स्कूल में हुई गोलीबारी की घटना पर राष्ट्रपति जो बाइडन ने चिंता जाहिर की। बाइडन ने कहा कि स्कूल में बच्चों को पढ़ना-लिखना सीखना चाहिए न कि बंदूक चलाना और हिंसा करना। बाइडन ने देश में बढ़ रही बंदूक संस्कृति को लेकर भी नाराजगी जाहिर की और कहा कि देश की संसद को इस बारे में गंभीरता से सोचने की जरूरत है।
स्कूल में गोलीबारी की घटना पर हैरानी और दुख जताते हुए बाइडन ने कहा कि ऐसी घटनाएं बिल्कुल अस्वीकार्य हैं और हम अपने बच्चों की रक्षा नहीं कर पा रहे हैं।' व्हाइट हाउस से जारी बयान में कहा गया कि 'आज विस्कोंसिन के मेडिसन के परिवार अपनों को खोने के दुख में हैं। हम चाहते हैं कि संसद इस पर तुरंत कोई कदम उठाए।' बयान में कहा गया कि 'न्यूटन से लेकर उवाल्डे, पार्कलैंड और मेडिसन तक स्कूलों में गोलीबारी की कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। हम इसे सामान्य नहीं मान सकते। हर बच्चे का अधिकार है कि उसे स्कूल में पूरी सुरक्षा मिले। स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों को पढ़ना-लिखना सीखना चाहिए न कि हिंसा और गोलीबारी करना।'
विस्कोंसिन के स्कूल में हुई गोलीबारी में पांच की मौत
गौरतलब है कि सोमवार को मैडिसन के एबंडैंट लाइफ क्रिश्चियन स्कूल में अंधाधुंध गोलीबारी हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोलीबारी में संदिग्ध हमलावर सहित पांच लोग मारे गए। मृतकों में बच्चे भी शामिल हैं। गोलीबारी में पांच लोग घायल भी हुए हैं। हमलावर एक किशोर को बताया जा रहा है, जो स्कूल में मृत पाया गया। अभी गोलीबारी के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है। बाइडन ने कहा कि 'मेरी सरकार ने बंदूक हिंसा के खिलाफ काफी काम किया। हमने गन सेफ्टी कानून पारित कराया और अन्य राष्ट्रपतियों की तुलना में बंदूक हिंसा को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए। हालांकि अभी इसे रोकने के लिए काफी कुछ किया जाना बाकी है। खतरनाक हथियारों पर रोक लगनी चाहिए।'