शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा से विश्वासघात करने का आरोप भी लगाया

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महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली पिछली सरकार पर प्रमुख परियोजनाओं को रुकवाने और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की विचारधारा से हटने का आरोप लगाया। इंटरव्यू में शिंदे ने कहा, "यह चुनाव विकास पर केंद्रित है। लोगों का पूरी तरह से विश्वास है कि यह हमारी सरकार है, यह हमारे मुख्यमंत्री हैं। लोग महायुति सरकार को फिर से सत्ता में लाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।" शिंदे ने आरोप लगाया कि पूर्व महाविकास आघाड़ी (MVA) सरकार ने कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को रोक दिया था। इनमें अटल सेतु, कोस्टल रोड, मेट्रो, नागपुर-मुंबई एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाएं शामिल थीं। शिंदे का कहना था कि उनकी सरकार ने इन बाधाओं को हटाया और विकास की गति फिर से शुरू की।

बाल ठाकरे की विचारधारा से विश्वासघात
शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा से विश्वासघात करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, "उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को छोड़ दिया, उन्होंने भाजपा से विश्वासघात किया और जनता के विश्वास को तोड़ा। जो जनादेश शिवसेना-भाजपा गठबंधन को मिला था, उसे उद्धव ठाकरे ने तोड़ दिया।"

मराठा आरक्षण पर क्यों बोले शिंदे
मराठा आरक्षण के मुद्दे पर शिंदे ने अपनी सरकार की भूमिका का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने मराठा समुदाय को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया, जो पहले नहीं दिया गया था। मराठा समुदाय के कुछ नेता ओबीसी वर्ग में आरक्षण की मांग कर रहे हैं। शिंदे ने कहा, "हमने मराठा समुदाय को वह दिया, जो पहले दिया जाना चाहिए था। पहले की सरकारों ने मराठा समुदाय का इस्तेमाल तो किया, लेकिन असली लाभ नहीं दिया। हमारी सरकार ने 10 प्रतिशत आरक्षण दिया और हाई कोर्ट में इसका बचाव किया।"

हमने नहीं किया गिरफ्तार
शिंदे ने अपनी सरकार पर राज्य एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि पूर्व MVA सरकार ने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, "लोगों को हनुमान चालीसा का पाठ करने पर गिरफ्तार किया गया, जिसमें महिलाएं और पत्रकार भी शामिल थे। क्या हमने किसी को गलत तरीके से जेल में डाला है?" शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार दलितों और पिछड़ी जातियों को मुख्यधारा में लाने के लिए काम कर रही है। विपक्ष ने इन समुदायों के खिलाफ झूठी नकारात्मकता फैलाई है।

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