रैगिंग : MBBS के 5 छात्र निलंबित, उनके पैरेंट्स से भी ये करवाएगा रायपुर मेडिकल कॉलेज

Share on Social Media

 रायपुर

तमाम सख्ती और कायदे कानूनों के बावजूद देश के कई कॉलेजों में रैंगिंग के मामले रुक नहीं रहे हैं. अब इसी को लेकर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (Pandit Jawahar Lal Nehru Medical College) प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है. कॉलेज प्रशासन ने रैगिंग के आरोप में छात्रों को एक माह के लिए निलंबित कर दिया है. इतना ही नहीं उनके पैरेंट्स को बुलाकर शपथ पत्र भी लिया जाएगा. ये एक्शन मेडिकल कॉलेज के 50 छात्रों के साथ हुई रैगिंग की वारदात के बाद लिया गया है.

दरअसल रायपुर का पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज राज्य का सबसे पुराना मेडिकल कॉलेज है.

यहां के सीनियर छात्रों ने MBBS के फर्स्ट ईयर के करीब 50 छात्रों के साथ रैगिंग की है. इस दौरान सीनियर छात्रों ने नए छात्रों का सामूहिक मुंडन कराया था और थप्पड़ भी मारे थे. यही नहीं जूनियर लड़कियों को सिर पर खास तरह का तेल लगाकर आने को भी कहा गया था.

इसके बाद WhatsApp पर उनकी फोटो भी मंगवाई गई थी. पीड़ित छात्रों की इसकी शिकायत नेशनल मेडिकल काउंसिल से की. छात्रों ने सोशल मीडिया पर भी इसके खिलाफ कैंपेन जैसा चलाया. एंटी रैगिंग हेल्पलाइन में भी मामले की शिकायत की. इस दौरान  मामले को जोर-शोर से उठाया.

इतना होने के बाद कॉलज प्रशासन भी हरकत में आया. कॉलेज प्रबंधन की बैठक और रैगिंग के मामले पहले MBBS के दो छात्रों को 10 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया. अब कॉलेज प्रशासन ने मामले की जांच के बाद कुल 5 सीनियर छात्रों को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है. खुद छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने भी एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि सरकार रैगिंग की शिकायतों को गंभीरता से लिया है.

11 नवंबर को ही एंटी रैगिंग कमेटी की फिर से बैठक हुई थी जिसके बाद इन छात्रों के निलंबन का फैसला लिया गया. इस मामले में कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि मामले को काफी गंभीरता से लिया जा रहा है. सभी क्लासेस में रैगिंग के खिलाफ सख्त हिदायत दी जा रही है. साथ ही जूनियर छात्रों को कहा गया है कि अगर ऐसे कोई परेशान करता है तो अपने कॉलेज फैकल्टी को इसकी जानकारी अवश्य दें.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *