पीएससी इंटरव्यू की निःशुल्क तैयारी का मौका, एससी-एसटी उम्मीदवारों के लिए ट्रेनिंग 4 अगस्त से

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मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) ने राज्य सेवा परीक्षा-2024 में होने वाले साक्षात्कार की तारीख घोषित कर दी। 18 अगस्त से साक्षात्कार रखे हैं। मगर साक्षात्कार की तैयारी कर रहे अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के उम्मीदवारों के लिए निश्शुल्क प्रशिक्षण रखा गया है।

परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र ने साक्षात्कार के लिए चार अगस्त से निश्शुल्क प्रशिक्षण रखा है। इसके लिए 28 जुलाई तक उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं।

परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र की प्राचार्य आशा चौहान ने बताया कि इस विशेष प्रशिक्षण का उद्देश्य युवाओं को साक्षात्कार की तैयारी करवाई जाएगी। विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में उम्मीदवारों को साक्षात्कार से जुड़ी बारीकियां बताएंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा मॉक इंटरव्यू, संचार कौशल, करंट अफेयर्स और व्यक्तित्व विकास से जुड़ी गतिविधियां संचालित की जाएंगी।

योजना का लाभ लेने के इच्छुक उम्मीदवार 28 जुलाई तक परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र में आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ समय पर केंद्र पर पहुंचना जरूरी है।

इधर… डीएवीवी में इंटरनल अंक नहीं मिलने से रुका रिजल्ट

इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में कई छात्र रुके हुए (विथहेल्ड) रिजल्ट को लेकर परेशान हैं। बड़ी संख्या में विद्यार्थी शिकायत दर्ज करवा रहे हैं। उनका कहना है कि इंटरनल परीक्षा देने के बावजूद रिजल्ट रोक दिया गया है। इंटरनल परीक्षा में अनुपस्थिति दर्शाई जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुराने परीक्षा परिणामों की समीक्षा की, जिसमें सामने आया कि कुछ कॉलेजों ने समय पर इंटरनल असेसमेंट (आंतरिक मूल्यांकन) के अंक नहीं भेजे, जिस कारण रिजल्ट रोका गया है।

अधिकारियों के मुताबिक जिले के छह कॉलेज ऐसे हैं जिन्होंने तय समयसीमा में इंटरनल मार्क्स विश्वविद्यालय को नहीं भेजे। इन्हें नोटिस दिया गया है। विद्यार्थियों का रिजल्ट ‘विथहेल्ड’ रहने के दो मुख्य कारण हैं। पहला, कुछ छात्र देर से असाइनमेंट और जरूरी दस्तावेज कॉलेज में जमा कर पाए। इस कारण कॉलेज समय पर मूल्यांकन नहीं कर सका और अंक नहीं भेजे गए। विश्वविद्यालय का कहना है कि इस मामले में गलती छात्रों की है। इसलिए रिजल्ट में संशोधन नहीं होगा।

रिजल्ट अपडेट किए जाएंगे

दूसरी ओर कुछ ऐसे कॉलेज भी हैं जिन्होंने समय पर इंटरनल मार्क्स तैयार तो कर लिए थे, लेकिन उन्हें विवि को नहीं भेजा। इससे रिजल्ट रुका। ऐसे मामलों में अधिकारियों का कहना है विवि ये रिजल्ट अपडेट किए जाएंगे। शैक्षणिक संस्थानों की लापरवाही को गंभीरता से लिया गया है।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी दोषी छह कॉलेजों को नोटिस जारी किया है। उनसे जवाब मांगा गया है कि आखिर क्यों इंटरनल मार्क्स नहीं भेजे गए। विश्वविद्यालय ने निर्देश दिए हैं कि तय समयसीमा के भीतर सभी इंटरनल अंक भेजे जाएं। यदि ऐसा नहीं किया गया तो संबंधित कॉलेजों पर आर्थिक जुर्माना लगाया जाएगा।

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