केरल में जोरदार भारी बारिश में खेत लबालब, कई जगह लैंडस्लाइड, 300 घर तबाह, IMD ने आज भी किया अलर्ट
कन्नूर
केरल में लंबे वक्त से बारिश का सिलसिला जारी है. 18 जुलाई यानी गुरुवार को भी यहां के कई हिस्सों, खासकर उत्तरी मालाबार जिलों के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश जारी रही. भयंकर बारिश से यहां सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. उत्तरी केरल के वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों के कई हिस्सों से बाढ़, पेड़ों के उखड़ने, संपत्ति को नुकसान और मामूली लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आईं. यहां आईएमडी ने एक दिन के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही तीनों जिलों में जिला प्रशासन ने शुक्रवार, 19 जुलाई को स्कूल-कॉलेज में छुट्टी घोषित कर दी है.
सड़कें लबालब, नहर में पलटी स्कूल बस
केरल में जगह-जगह हो रही बारिश से भारी तबाही देखने को मिल रही है. पलक्कड़ में एक स्कूल बस नहर में पलट गई, हालांकि कोई घायल नहीं हुआ और बच्चों को बचा लिया गया. कोझिकोड में जगह-जगह जलजमाव के चलते सड़कें डूबी हुई हैं.
घर तबाह, लोग विस्थापित
कन्नूर में भारी बारिश के चलते 80 लोगों को शिविरों में स्थानांतरित करना पड़ा और लगभग 71 परिवारों को कन्नूर में उनके रिश्तेदारों के घरों में ले जाया गया. यहां 13 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 242 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. उत्तरी केरल के कुछ हिस्सों से बारिश के कारण दीवारें गिरने और आसपास खड़े वाहनों को नुकसान पहुंचने की भी खबरें हैं. त्रिशूर और एर्नाकुलम जिलों से भी बारिश के कारण संपत्ति के नुकसान की खबरें आईं हैं.
हाथी की मौत, नदियों का जलस्तर बढ़ा
इनके अलावा, एर्नाकुलम जिले में एक हाथी नदी पार करने के कोशिश करते हुए कथित तौर पर बह गया और उसकी मौत हो गई. वायनाड जिले के पहाड़ी इलाकों में भी बड़े पैमाने पर भारी बारिश हुई, 29 से अधिक घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए, 1,000 से अधिक लोगों को 22 शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया और क्षेत्र से बहने वाली नदियों के जलस्तर बढ़ गया है.
3 जिलों में रेड, 7 में जिलों में ऑरेंज अलर्ट
केरल के तीन उत्तरी जिलों में रेड अलर्ट के अलावा, आईएमडी ने आज सात अन्य जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया. वहीं बचे हुए चार जिलों में येलो अलर्ट है. बता दें कि रेड अलर्ट 24 घंटे में 20 सेमी से अधिक की भारी से बहुत भारी बारिश का इशारा देता है, जबकि ऑरेंज अलर्ट का मतलब बहुत भारी बारिश (6 सेमी से 20 सेमी) से होता है और येलो अलर्ट का मतलब 6 से 11 सेमी के बीच भारी बारिश है. आईएमडी ने आगे कहा कि एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में एक या दो स्थानों पर मध्यम बारिश और 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है.
कन्नूर और कासरगोड में ऊंची लहरें और तूफान की संभावना
पिछले कुछ दिनों में राज्य में भारी बारिश के चलते लैंडस्लाइड, संपत्ति को नुकसान, सड़कों पर जलभराव और कई एकड़ खेत में बाढ़ आ गई है. इस बीच, भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (आईएनसीओआईएस) ने चेतावनी दी है कि केरल तट, खासकर कन्नूर और कासरगोड में 2.5 से 3.4 मीटर ऊंची लहरें और तूफान आने की संभावना है. इन क्षेत्रों में मछुआरों और तटीय निवासियों को विशेष सावधानी बरतने, मछली पकड़ने वाले जहाजों को बंदरगाह में सुरक्षित रूप से बांधने और समुद्र तट की यात्रा से पूरी तरह से बचने की सलाह दी है.