संकट में हरमनप्रीत की कप्तानी ? क्या होगा टीम इंडिया का भविष्य?

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मुंबई

महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 में टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. इस टूर्नामेंट को जीतने का प्रबल दावेदार मानी जा रही थी. लेकिन भारतीय टीम नॉक स्टेज तक भी नहीं पहुंच पाई और ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई. अब हरमनप्रीत कौर की कप्तानी पर सवाल उठ रहे हैं. वहीं ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, बीसीसीआई जल्द ही हेड कोच अमोल मजूमदार के साथ मीटिंग करके हरमनप्रीत को कप्तानी से हटा सकती है. इसके अलावा टीम इंडिया की पूर्व कप्तान मिताली राज ने भी आलोचना करते हुए कहा है कि पिछले 2 से 3 साल में टीम में कोई ग्रोथ देखने नहीं मिला है. उन्होंने भी नए कप्तान की मांग की है.

न्यूजीलैंड सीरीज से पहले तय होगी किस्मत

भारतीय महिला टीम को 24 अक्टूबर से न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेलनी है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले बीसीसीआई टीम इंडिया के हेड कोच अमोल मजूमदार के साथ मीटिंग कर सकती है. इस दौरान हरमनप्रीत के भविष्य का फैसला किया जाएगा. 2025 के वनडे वर्ल्ड कप से पहले बीसीसीआई अब उन्हें हटाकर नया कप्तान लाना चाहती है.

बता दें भारतीय महिला टीम 2016 में टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जगह नहीं बना सकी थी. इसके बाद हरमनप्रीत कौर को टी20 टीम की कप्तानी सौंपी गई थी. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया नॉक आउट स्टेज तक जाती रही. 2020 के एडिशन में तो फाइनल में पहुंच गई थी. हालांकि, कभी भी टूर्नामेंट को जीतने में कामयाब नहीं हो सकी.

हरमनप्रीत को क्यों हटाना चाहती है BCCI?

हरमनप्रीत कौर को कप्तानी से हटाने के पीछे कुछ वजहें सामने निकलकर आई है. सबसे बड़ी वजह तो यही है कि इस बार भारतीय टीम सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच सकी, जबकि स्क्वॉड काफी मजबूत था. वहीं टीम को टी20 वर्ल्ड कप जीतने प्रबल दावेदार भी माना जा रहा था. लेकिन पहले न्यूजीलैंड और फिर ऑस्ट्रेलिया से हारकर सेमीफाइनल का सपना चकनाचूर हो गया. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम इंडिया का फिटनेस और फील्डिंग भी बहुत बड़ी समस्या रही है. टी20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 कैच ड्रॉप किए थे. वहीं कुछ मौके ऐसे थे जिन्हें कैच में बदला जा सकता था.

टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज ने भी टीम के फिटनेस को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा है कि 11 में से सिर्फ 2 फिट खिलाड़ियों के दम पर बड़े टूर्नामेंट्स नहीं जीते सकते हैं. उनके मुताबिक जेमिमा रोड्रिग्स और राधा यादव के अलावा दूसरी खिलाड़ी फील्ड पर तेज नहीं हैं. हरमनप्रीत के रहते हुए नए खिलाड़ियों को मौका नहीं देने पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. मिताली के मुताबिक पिछले कुछ सालों से टीम में कोई ग्रोथ नहीं हुआ है. लगातार पुराने खिलाड़ी ही खेलते आ रहे हैं.

मिताली ने मेंस टीम का उदाहरण देते हुए कहा कि हर बड़े टूर्नामेंट के बाद नए खिलाड़ियों मौका देने की वजह से वह ज्यादा सफल हैं. जबकि हरमनप्रीत की कप्तानी में नए खिलाड़ी नहीं तैयार हो सके हैं. वहीं बड़े टूर्नामेंट्स से पहले टीम मैनेजमेंट की प्लानिंग भी ठीक नहीं रही है. यूएई में जारी टी20 वर्ल्ड कप के लिए एशिया कप तैयारी एक बड़ा मौका था. लेकिन भारतीय टीम सिर्फ उसी टूर्नामेंट को जीतने के लिहाज से खेलती रही. जब यूएई में टूर्नामेंट शुरू हो तो नंबर 3 और नंबर 4 के पोजिशन पर बल्लेबाजी को लेकर कन्फ्यूजन देखने को मिला.

 

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