शहडोल के बुढ़ार में कोयला खदान धंसी, दबकर दंपती की मौत
शहडोल
शहडोल के बुढ़ार थाना इलाके में अवैध कोयला खदान धंस गई। इसमें दबकर दंपती की मौत हो गई। उनकी पहचान ओमकार यादव उर्फ भौतु (40) और उनकी पत्नी पार्वती यादव (36) के रूप में हुई है।
हादसा रविवार शाम करीब 7 बजे धनगवां गांव में हुआ। खनन माफिया ने इसे छिपाने का प्रयास किया। जब ग्रामीणों ने हंगामा किया, तब मामला सामने आया।
जानकारी मिलते ही कलेक्टर डॉ. केदार सिंह और एसपी रामजी श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे। देर रात जेसीबी की मदद से दोनों शवों को बाहर निकाला जा सका।
हादसे के बाद अन्य मजदूर भाग निकले बुढ़ार थाना प्रभारी संजय जायसवाल ने बताया- दंपती खदान में घुसकर कोयला निकाल रहे थे। इसी दौरान मिट्टी धंसने से दोनों दब गए। हादसे के बाद वहां मौजूद अन्य मजदूर भाग निकले। गांव में सूचना पहुंची तो ग्रामीण मौके पर पहुंचे।पुलिस को सूचना दी।
ग्रामीणों ने खदान में कई मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई। इस पर अधिकारियों ने जेसीबी से खुदाई कराई। हालांकि, दंपती के अलावा कोई और शव नहीं मिला।
जेसीबी से ध्वस्त कीं इलाके की सभी खदानें कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इलाके में चल रहीं ऐसी सभी खदानों को बंद करने के निर्देश दिए। तुरंत एक्शन में आते हुए प्रशासनिक अमले ने जेसीबी की मदद से खदानों को बंद करने का काम शुरू कर दिया, जो रातभर चला।
ग्रामीण बोले- लंबे समय से चल रहा अवैध खनन ग्रामीणों ने कलेक्टर और एसपी को बताया कि गांव में पिछले कई महीनों से कोयले की अवैध खदानें चल रही हैं। हर दिन कई मजदूर सुरंग के अंदर घुसकर कोयला निकालने का काम करते हैं। इसकी शिकायत कई बार स्थानीय अधिकारियों को दी गई, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की।
कलेक्टर ने कहा- जांच होगी, अवैध खदानें होंगी बंद कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने कहा- धनगवां गांव में मिट्टी धंसने से दंपती की मौत हुई है। मौके पर अवैध रूप से कोयले की खुदाई की जा रही थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। अवैध खदानों को बंद करने और मामले की जांच के आदेश दिए हैं।