चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने खुद किया कबूल, 3 वादे किए थे जो पूरा नहीं कर पाया
नई दिल्ली
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वीकार किया है कि पिछले चुनाव के दौरान किए तीन वादे वह पूरा नहीं कर पाए। आम आदमी पार्टी के मुखिया ने कहा कि यदि जनता उन्हें एक बार फिर मौका दिया तो वह इन कामों को पूरा करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि अच्छी सड़कें, यमुना की सफाई और 24 घंटे साफ पानी का वादा वह पूरा नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कोरोना और जेल जाने को इसकी वजह बताई।
अरविंद केजरीवाल ने इंटरव्यू में कहा कि वह पिछले चुनाव के तीन वादे और महिलाओं को आर्थिक सहायता के नए वादे समेत चार काम आगे करना चाहते हैं। पिछले चुनाव के वादों को नहीं पूरा कर पाने की बात को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा, ‘तीन चीजें मैंने पिछले चुनाव में कही थी। मैं दिल्ली की सड़कों को बहुत शानदार बनाना चाहता हूं, यूरोपियन स्टैंडर्ड की साफ सुथरी, वेल पेंटेंड, दोनों तरफ फूल पत्तियां, यमुना साफ करना चाहता हूं, घर-घर में 24 घंटे साफ पानी आए। ये तीन वादे मैंने पिछले चुनाव में किए थे, ये तीनों वादे मैं पूरे नहीं कर पाया।’
केजरीवाल ने अधूरे वादों की वजह करोना और शराब घोटाले के फंदे को बताया। उन्होंने कहा, ‘कारण रहा कि दो ढाई साल कोरोना रहा और डेढ़ दो साल ये सारा बेल और झूठे मामले में हमें उलझा दिए। अब हम सारी चीजों से निपट गए हैं। सारा मामला भी खत्म हो गया। कोरोना भी नहीं है। अब हम शांति से काम कर सकते हैं। ये तीन बड़े काम करने के लिए यदि जनता मुझे एक मौका और देती है तो ये तीन बड़े काम मैं करना चाहता हूं। एक काम जो अब मैंने वादा किया है, 18 साल से अधिक उम्र की सभी महिलाओं को 1000 रुपए देंगे।’
गौरतलब है कि यमुना में प्रदूषण और सड़कों की खराब हालत को लेकर भाजपा और कांग्रेस की ओर से आम आदमी पार्टी की सरकार को लगातार घेरा जा रहा है। अब केजरीवाल ने खुद इसे स्वीकार किया है। दिल्ली में अगले साल जनवरी या फरवरी में चुनाव होने जा रहा है। पूर्व सीएम ने इंटरव्यू में कहा कि वह जनता को 6 रेवड़ी दे रहे हैं और इन्फ्रास्ट्रक्चर का भी विकास कर रहे हैं। आप के मुखिया ने कहा कि वह महिलाओं को आर्थिक सहायता देकर उन्हें सशक्त बनाना चाहते हैं।
अरविंद केजरीवाल ने भरोसा जताया कि अगले चुनाव में उनकी पार्टी एक बार फिर जीत हासिल करेगी। उन्होंने अपनी तरफ से सीटों की संख्या तो नहीं दी, लेकिन कहा कि पूर्ण बहुमत हासिल करेंगे। 2020 में 'आप' को 70 में से 62 और 2015 में 67 सीटों पर जीत हासिल की थी।