आम जनता की सड़क पर अदानी के कोल एवं राखड़ वाहनों का कब्जा- पारस नाथ

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सिंगरौली
 वार्ड क्रमांक 11 सखौहां जनपद पंचायत बैढ़न के जनपद सदस्य पारसनाथ प्रजापति ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहां है जो सिंगरौली जिले की आम जनता की सड़क है उस पर अदानी के कोल एवं राखड़ वाहनों का इन दिनों कब्जा हो गया है कब्जा कहना इसलिए गलत नहीं होगा क्योंकि आम जनता की सड़क पर अदानी के भारी वाहनों का संचालन कराया जा रहा है और इस सड़क पर सिंगरौली की जनता का चलना मुश्किल हो गया है एक तो सकरी सड़क और सकरी सड़क पर भारी वाहन, साइकिल एवं मोटरसाइकिल दो पहिया वाहन चालकों को पास लेने तक के लिए जगह नहीं होता है अदानी के कोयला एवं राखड़ वाहनों का एक तरफ से जाना दुसरे तरफ से आना तो फिर पब्लिक कहां चले पब्लिक के लिए कौन सी सड़क है सबसे बड़ा सवाल तो यह है सिंगरौली जिले में औद्योगिक कंपनियों का जाल तो बीछ गया लेकिन आज जो सिंगरौली के समूचे जन समुदाय के साथ एक बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हुई है इसके लिए जो पावर फूल लीडर हैं .

वह जनता की इस समस्या के समाधान के बारे में जरा सा भी नहीं सोच रहे हैं लेकिन सिंगरौली की आम जनता अपनी जान जोखिम में डालकर इसी सकरी सड़क पर आगमन करने को मजबूर हैं जो किसी खतरे से खाली नहीं है इस सड़क पर लोग तो चल रहे हैं लेकिन कब किसके साथ बड़ा हादसा हो जाए यह कुछ कहा नहीं जा सकता और भगवान ना करें कि किसी के साथ कोई बड़ा हादसा हो सिंगरौली की आम जनता की इस भीषण समस्या के लिए मैं काफी चिंतित हूं सीधी सिंगरौली के सांसद डॉ. राजेश मिश्रा जी एवं राज्य मंत्री राधा सिंह जी, सिंगरौली सदर विधायक रामनिवास शाह जी, देवसर विधायक राजेंद्र मेश्राम जी आप लोगों से मैं सिंगरौली के समस्त जनता जनार्दन की ओर से अपील करता हूं परसौना से माड़ा एवं रजमिलान से बधौरा खनुआ,डोंगरी,लंघाडोल आम जनता का चलना काफी मुश्किल भरा सफर हो गया है अंदाजा लगाया जाए की जो लंघाडोल डोंगरी से जिला मुख्यालय बैढ़न अपने न्यायालयीन मामलों में निराकरण के लिए कोर्ट कचहरी में आते हैं व कुछ किसान भाई अपने दो पहिया वाहन पर ही सब्जी बिक्री करने के लिए मुख्यालय आते हैं उनके लिए बहुत ही असुविधाओं का संघर्ष भरा सफर होता है।

औद्योगिक कंपनियां अपने निजी कार्यों के लिए खुद बनाये व्यक्तिगत सड़क
इन मुख्य समस्याओं का समाधान तभी संभव है या तो तत्काल सड़कों का चौड़ीकरण डबल लाइन कराया जाए जिसमें एक तरफ पब्लिक और दूसरी तरफ कंपनियों के वाहनों का संचालन कराया जाए या तो फिर औद्योगिक कंपनियां अपने लिए व्यक्तिगत सड़क का निर्माण करें अपने वाहनों का संचालन अपने खुद के व्यक्तिगत सड़क पर करायें ताकि सिंगरौली जिले की आम जनता सुरक्षित सड़क पर आवागमन कर सके।

डस्ट धूल से उन नौनिहालों के जीवन पर कितना बुरा प्रभाव
सड़क पर चलने से आम जनता की हालत वद से बत्तर हो ही चुकी है जो बड़े बुजुर्ग युवा नौजवान हैं कंपनियों के वाहनों से तमाम डस्ट धूल को झेल ही रहे हैं लेकिन इसी सड़क पर डस्ट धूल का अंबार लगा हुआ होता है जो स्कूल के छोटे-छोटे मासूम बच्चे हैं उनके स्वास्थ्य पर कितना बुरा प्रभाव पड़ रहा है जब अदानी के कोयला एवं राखड़ वाहन सड़क पर चलते हैं तो पूरा कोहरा छा जाता है एवं स्कूल के छोटे-छोटे मासूम बच्चों के नाक मुंह में भी डस्ट धूल भर रहा है अब इन मासूमों के स्वास्थ्य पर भविष्य में कितना बुरा प्रभाव पड़ सकता है कहीं ना कहीं सिंगरौली जिला प्रशासन भी कंपनियों के साथ घूला-मिला हुआ है सड़क पर इतना धूल डस्ट प्रदूषण होने के बावजूद भी जिला प्रशासन कंपनियों के मनमानी पर लगाम लगाने में सफल नहीं हो पा रहा है बड़े-बड़े अधिकारी यहां तक की नेता मंत्री एयर कंडीशनर बंद गाड़ियों में घूम रहे हैं तो एक गरीब जनता की दुख दर्द को क्या समझेंगे।

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