राजा रघुवंशी हत्याकांड में लाश खोजने और मामले की जांच में सहायता करने के लिए 35 लोगों को सम्मानित किया

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शिलॉन्ग
 मेघालय सरकार ने टूरिस्ट गाइड अल्बर्ट पीडी समेत 35 लोगों को राज्य पुलिस को राजा रघुवंशी की लाश खोजने और मामले की शुरुआती जांच में सहायता करने के लिए सम्मानित किया है। पर्यटन मंत्री पॉल लिंगदोह ने इन सभी को कुल 5.4 लाख रुपये की नकद राशि पुरस्कार स्वरूप दी। इस मौके पर पर्यटन मंत्री पॉल लिंगदोह ने कहा कि मेघालय में कानूनविरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार प्रमुख पर्यटक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बना रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। इस मामले में स्थानीय लोगों, ट्रैवल गाइड्स और पर्वतारोहियों की सक्रिय भागीदारी से पुलिस को बहुत मदद मिली, जिसकी वजह से राज्य सरकार ने सभी को सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया।

टूरिस्ट गाइड ने पुलिस को दी थी ये जानकारी
टूरिस्ट गाइड अल्बर्ट पीडी ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने 23 मई की सुबह करीब 10 बजे राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी को तीन अन्य लोगों के साथ नोंग्रियाट से मावलाखियात की ओर 3,000 से ज्यादा सीढ़ियां चढ़ते देखा था। उन्होंने पुलिस द्वारा दिए गए फोटो के आधार पर एक संदिग्ध की पहचान भी की थी। बता दें कि राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स जिले के सोहरा क्षेत्र में हनीमून मनाने आए थे, जहां वे 23 मई से लापता हो गए थे। पुलिस को 2 जून को राजा रघुवंशी का शव एक गहरी खाई में मिला। इसके बाद सोनम रघुवंशी की तलाश शुरू की गई।

सोनम को यूपी के गाजीपुर से किया था गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि 24 वर्षीय सोनम रघुवंशी को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया गया, जबकि उसके चार साथियों को मध्य प्रदेश के इंदौर से पकड़ा गया। इन सभी पर मिलकर राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सोनम को मंगलवार रात (10 जून) शिलॉन्ग लाया गया, जबकि अन्य आरोपियों को बुधवार (11 जून) को ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया। शिलॉन्ग की एक अदालत ने सोनम रघुवंशी और उसके चार साथियों को आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

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