Indore’s Raja Murder: इन कड़ियाें ने सोनम को पीड़ित से बना दिया हत्यारन
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर से हनीमून के लिए मेघालय गए नवविवाहित कपल राजा और सोनम रघुवंशी की कहानी ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। जो खुशी की शुरुआत थी, वह दुखद और रहस्यमयी हत्याकांड में बदल गई।
पहले राजा का शव मिला फिर पिछले 17 दिनों से सोनम लापता थी। जिसे हर कोई विक्टिम समझ रहा था आखिरकार वही सोनम आरोपी निकली। पुलिस ने सोनम को यूपी के गाजीपुर से गिरफ्तार किया। मेघालय पुलिस ने इस जटिल मामले को सुलझाने के लिए कई अहम सुरागों को जोड़ा।
हनीमून मनाने मेघालय पहुंचे थे राजा और सोनम
11 मई 2025 को इंदौर में राजा और सोनम की शादी हुई। नई जिंदगी की शुरुआत के लिए, दोनों ने 20 मई को मेघालय के शिलांग को अपने हनीमून के लिए चुना। लेकिन 23 मई को, चेरापूंजी के नोंग्रियाट गांव में मशहूर 'लिविंग रूट ब्रिज' देखने के बाद दोनों लापता हो गए। उनकी किराए की स्कूटी 24 मई को शिलांग-सोहरा मार्ग पर लावारिस मिली। 2 जून को वेईसावडॉन्ग झरने के पास एक गहरी खाई में राजा का शव मिला, जिसकी पहचान उनके हाथ पर बने 'राजा' टैटू से हुई। लेकिन सोनम का कोई सुराग नहीं था। यह रहस्य और गहरा गया।
एक-एक सुराग जोड़े: मेघालय पुलिस ने तुरंत हत्या का मामला दर्ज किया और एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया, जिसका नेतृत्व SP (सिटी) हर्बर्ट खारकोंगोर ने किया। जांच में कई अहम सुराग सामने आए।
सीसीटीवी फुटेज: 21 मई की एक फुटेज में राजा और सोनम शिलांग के एक होमस्टे में चेक-इन करते दिखे। यह उनकी आखिरी तस्वीर थी।
बरामद सामान: शव के पास से एक महिला की सफेद शर्ट, दवा की स्ट्रिप, स्मार्टवॉच, और एक टूटी मोबाइल स्क्रीन मिली। राजा की सोने की चेन, अंगूठी और पर्स गायब थे, जिससे लूट की आशंका बनी।
हथियार का खुलासा: पुलिस ने एक 'दाओ' (पारंपरिक चाकू) बरामद किया, जिसे हत्या में इस्तेमाल होने का शक था। यह नया और खास इस अपराध के लिए खरीदा गया था।
बांग्लादेश बॉर्डर से कनेक्शन
जांच ने तब नाटकीय मोड़ लिया जब स्कूटी की लोकेशन शिलांग के पास बांग्लादेश सीमा के करीब पाई गई। राजा के भाई विपिन ने दावा किया कि इलाके में पर्यटकों को निशाना बनाने वाला एक गैंग सक्रिय है, जो पुरुषों की हत्या कर महिलाओं को अगवा करता है। इस आशंका ने मानव तस्करी की थ्योरी को हवा दी।
चौंकाने वाला खुलासा: सोनम का सरेंडर
17 दिन बाद, 8 जून 2025 को, सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे पर बदहवास हालत में मिली। उसने गाजीपुर पुलिस के सामने सरेंडर किया और सनसनीखेज खुलासा किया कि उसने ही राजा की हत्या के लिए भाड़े के हत्यारों को सुपारी दी थी। मेघालय के डीजीपी आई नोग्रांग ने पुष्टि की कि सोनम सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें मध्य प्रदेश के तीन हमलावर शामिल थे। सोनम को गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर में रखा गया, जहां वह पूछताछ के लिए तैयार नहीं थी।
गाइड की गवाही से मिला नया एंगल
मावलखियात के गाइड अल्बर्ट पीडी ने बताया कि 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास उन्होंने राजा और सोनम को तीन पुरुषों के साथ 3000 सीढ़ियां चढ़ते देखा था। यह गाइड पहले भी कपल से मिल चुका था, लेकिन उन्होंने उसकी सेवाएं ठुकरा दी थीं। इस गवाही ने पुलिस को संदिग्धों तक पहुंचने में मदद की।
सियासी हलचल और सीबीआई जांच की मांग
परिवार और रघुवंशी समुदाय ने स्थानीय पुलिस की शुरुआती लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की। मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, और इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने मामले में हस्तक्षेप किया। मेघालय के मंत्री एलेक्ज़ेंडर लालू हेक ने अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से जांच का आश्वासन दिया।
क्या थी हत्या की वजह?
पुलिस और सूत्रों के मुताबिक, यह हत्या प्रेम प्रसंग से जुड़ी हो सकती है। सोनम ने कथित तौर पर अपने पति की हत्या की साजिश रची। हालांकि, उसकी चुप्पी ने कई सवाल छोड़ दिए। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच से हत्या की सटीक वजह का खुलासा होना बाकी है।