पहलगाम घटना के बाद एक और बड़ा ऐक्शन, 27 अप्रैल से पाक नागरिकों के वीजा रद्द, मेडिकल वीजा 29 अप्रैल तक ही वैध
नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए 27 अप्रैल 2025 से सभी पाकिस्तानी नागरिकों को जारी वीजा रद्द करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही मेडिकल वीजा केवल 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे।
सरकार के इस निर्णय के मुख्य बिंदु:
– 27 अप्रैल से सभी प्रकार के पाकिस्तानी वीजा होंगे रद्द
-मेडिकल वीजा 29 अप्रैल तक ही मान्य होंगे
– जिन पाक नागरिकों को पहले से वीजा जारी किया गया था, उन्हें 48 घंटे के भीतर देश छोड़ना होगा
-नई वीजा प्रक्रिया पर अस्थायी रोक लगा दी गई है
यह फैसला भारत सरकार ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लिया है, जिसमें 28 निर्दोष लोगों की जान गई और कई घायल हुए। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन TRF (द रेसिस्टेंस फ्रंट) ने ली थी।
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई CCS (कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी) की आपात बैठक में यह कड़े कदम उठाए गए हैं, जिनका मकसद पाकिस्तान को स्पष्ट और कड़ा संदेश देना है कि भारत अब आतंकी हमलों पर चुप नहीं बैठेगा।
भारत ने देश छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया
विदेश सचिव विक्रम मिस्री के अनुसार, पाकिस्तानी नागरिकों को दक्षेस वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि इस वीजा योजना के तहत फिलहाल भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास देश छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) ने यह निर्णय लिया.
अटारी-वाघा सीमा से पाकिस्तान लौटने लगे लोग
बैठक में घोषणा की गई कि अटारी में एकीकृत चेक-पोस्ट (आईसीपी) को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा और जो लोग वैध दस्तावेजों के साथ पाकिस्तान गए हैं, वे एक मई से पहले उस रास्ते से वापस आ सकते हैं. बृहस्पतिवार की सुबह कई पाकिस्तानी परिवार अटारी-वाघा सीमा मार्ग से स्वदेश लौटने के लिए अमृतसर स्थित आईसीपी पर पहुंचे. कराची के एक परिवार ने कहा कि वे लोग अपने रिश्तेदारों से मिलने दिल्ली गए थे.
हम दोनों देशों के बीच भाईचारा चाहते हैं : पाकिस्तानी नागरिक
परिवार के एक सदस्य ने कहा कि हम 15 अप्रैल को यहां (भारत) आए थे और आज हम घर लौट रहे हैं, हालांकि हमारे पास 45 दिनों का वीजा था. पहलगाम हमले पर एक सवाल का जवाब देते हुए, पाकिस्तानी नागरिक ने कहा कि जिसने भी यह किया है वह पूरी तरह से गलत है. हम दोनों देशों के बीच आपसी भाईचारा और दोस्ती चाहते हैं. मंसूर नामक एक अन्य पाकिस्तानी नागरिक ने कहा कि वह अपने परिवार के साथ 15 अप्रैल को 90 दिन के वीजा पर भारत आया था. मंसूर ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए कहा कि लेकिन हम आज घर लौट रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था.
पाकिस्तानी जानें के लिए भारतीय नागरिक भी पहुंचे
पाकिस्तान जाने के लिए वीजा प्राप्त कुछ भारतीय नागरिक भी बृहस्पतिवार को आईसीपी पहुंचे, जिनमें गुजरात का एक परिवार भी शामिल था, जो कराची में अपने रिश्तेदारों से मिलने जाना चाहता था. परिवार के एक बुजुर्ग सदस्य ने कहा, ‘‘हमें दो महीने पहले वीजा मिला था. हालांकि जब उन्हें बताया गया कि अटारी-वाघा सीमा मार्ग बंद कर दिया गया है, तो बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा कि अगर ऐसा है तो वे घर लौटने को तैयार हैं. पाकिस्तान जाने के लिए बुधवार शाम को अमृतसर पहुंचे राजस्थान के दो व्यक्तियों ने कहा कि उन्हें अटारी-वाघा सीमा मार्ग बंद किए जाने के बारे में जानकारी नहीं थी.