जबलपुर, छिंदवाड़ा समेत 22 जिलों में आंधी-बारिश का ऑरेंज अलर्ट , दूसरी ओर, ग्वालियर और दतिया में गर्मी का असर
भोपाल
मध्यप्रदेश में प्री-मानसून खूब बरस रहा है। ऐसा ही मौसम बुधवार को भी बना रहेगा। भोपाल में तड़के 5 बजे से रिमझिम पानी गिरा। जबलपुर, छिंदवाड़ा समेत 22 जिलों में आंधी-बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। दूसरी ओर, ग्वालियर और दतिया में गर्मी का असर भी रहेगा।
आज प्रदेश के 22 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने आज जबलपुर, छिंदवाड़ा समेत 22 जिलों में आंधी के साथ बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं दूसरी तरफ ग्वालियर और दतिया में गर्मी का असर देखने को मिलेगा। बीते दिन की बात करें तो मंगलवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा गर्म ग्वालियर रहा। यहां का टेमप्रेचर 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
यहां अटका मानसून
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, अभी मानसून महाराष्ट्र में अटका हुआ है, जिसकी वजह से अगले 2 से 3 दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। इसके बाद मानसून आगे बढ़ते हुए मध्यप्रदेश में एंटर होगा। फिलहाल, वर्तमान में वेस्टर्न डिस्टबेंस और साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसकी वजह से प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में आंधी-बारिश और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
यहां आंधी-बारिश का ऑरेंज अलर्ट
आज बड़वानी, देवास, सीहोर, खरगोन, विदिशा, दमोह, नरसिंहपुर, शिवपुरी, सागर,छिंदवाड़ा, पन्ना, कटनी, पांढुर्णा, दमोह, जबलपुर, सिवनी, डिंडोरी, अनूपपुर, रीवा, बालाघाट, मऊगंज, मंडला में आंधी-बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।
यहां गरज-चमक और आंधी का यलो अलर्ट
वहीं, आज इंदौर, धार, बुरहानपुर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, खंडवा, हरदा, बैतूल, श्योपुरकलां, रायसेन, नर्मदापुरम, मुरैना, छतरपुर, शहडोल, सीधी, सिंगरौली, सतना, मैहर, उमरिया, में गरज-चमक और आंधी का यलो अलर्ट है।
यहां रहेगा गर्मी का असर
प्रदेश के कुछ जिलों में आंधी-बारिश होगी तो वहीं ग्वालियर, दतिया में गर्मी का असर भी रहेगा।
कृषि वैज्ञानिकों की किसानों को सलाह
– कृषि विज्ञान ने किसानो को मानसून आने के बाद और 4 इंच बारिश होने के बाद ही बोवनी करने की सलाह दी है।
– जून के आखिरी सप्ताह या जुलाई के दूसरे सप्ताह तक का ही समय बोवनी के लिए उपयुक्त है। जब 4 इंच बारिश हो जाए तो किसान बोवनी कर सकते हैं।
– किसान 23 जून तक धान की नर्सरी के लिए खेत तैयार कर लें। जैसे ही पर्याप्त बारिश होती है तो धान लगाना शुरू कर दें।
– मानसून आने के बाद पर्याप्त बारिश होने के बाद ही कपास और सोयाबीन की बोवनी करें। इससे पहले बोवनी करने पर नुकसान उठाना पड़ सकता है।
– ऐसे किसान जिनके पास सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है, वे हरी खाद के लिए मक्का या ढैंचा की बोवनी कर सकते हैं। अरहर की बुवाई के लिए खेत तैयार कर सकते हैं।
जल्द शुरू होगी मॉनसूनी बारिश
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक मध्यप्रदेश में मॉनसून की एंट्री पहले 15 जून से पहले ही होने वाली थी. हालांकि, मॉनसून की रफ्तार में आए परिवर्तन की वजह से यह कुछ दिनों की देरी के साथ मध्यप्रदेश पहुंच रहा है. माना जा रहा है कि 21-22 जून तक मध्यप्रदेश के ज्यादातर जिलों में मॉनसूनी बारिश होने लगेगी.